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2.3.11

आदमपुर हलके ने अच्छे-बुरे वक्त में हमेशा साथ दिया: कुलदीप  
मंडी आदमपुर 3 मार्च: आदमपुर हलके की जनता ने उनके परिवार का अच्छे समय के साथ-साथ बुरे से बुरे वक्त में भी उनके साथ रहे है। वे आदमपुर हलके की जनता के हमेशा ऋणी रहेंगे। यह हजकां सुप्रीमो ने अपनी टे्रक्टर यात्रा के 11वें दिन आदमपुर से रवाना होने के बाद गुरुवार को गांव सीसवाल में लोगों को संबोधित करते हुए कहीं। कुलदीप ने कहा कि जब उन्होंने कांग्रेस को समर्थन नहीं दिया और उनके पांचों विधायक भी बगावत करके चले गए। ऐसे में आदमपुर की जनता को उनकी मजबुरी समझने चाहिए थी कि वो डिप्टी सीएम नहीं बल्कि एक दिन मुख्यमंत्री बनकर अपने पिता की तरह लोगों की सेवा करूंगा। चौटाला पर बरसते हुए कुलदीप ने कहा कि चौटाला व हुड्डा मिली भगत की राजनीति कर रहे है। जिसके चलते प्रदेश में हुड्डा सरकार और चौटाला सरकार में कोई अंतर नहीं है। कुर्सी वहीं है लेकिन उस पर बैठने वाले बदल गए है। प्रदेश में त्राही-त्राही मची हुई मुख्यमंत्री जनता की समस्या कम करने की बजाए प्रोपर्टी डिलिंग का काम कर रहे है। गांव सीसवाल में पहुंचने पर यात्रा का लोगों ने जोरदार स्वागत किया और लड्डुओं से तोला अनेक ग्रामीणों ने उनको पगड़ी व मालाए पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान पूर्व सांसद धर्मपाल सिंह मलिक, रामजीलाल, पूर्व विधायक सूबे सिंह पूनिया, जिलाध्यक्ष रणधीर पनिहार, प्रवीण बिश्नोई, देवीलाल मांझू, मानसिंह दहिया, कृष्ण भांभू, देवीलाल सांवक, सुरेश भादू, मानसिंह दहिया आदि सहित भारी संख्या में पार्टी नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
 
 

आम आदमी को जागरूक करेगी स्टेट क्राइम
चण्डीगढ़ (राजधानी हरियाणा)। क्राइम रिर्पोटर नरेश सेलपाड़ द्वारा लिखित पुस्तक स्टेट क्राइम हरियाणा प्रदेश के गठन से लेकर अब तक हुए अपराधों से लेकर कई अनछूएं पहलुओं से पर्दा उठाया गया है। यह पुस्तक आम आदमी को उसके कानूनी पहलूओं की जानकारी देने के अलावा प्रदेश भर में अब तक हुए अपराधों का जिक्र किया गया है, वहीं इसमें हरियाणा में गोत्र विवाद, प्रेमियों पर होने वाले जुल्मों सहित चांद मोहम्मद व फिजा प्रकरण को सचित्र स्थान दिया गया है। इस पुस्तक में चांद मोहम्मद व फिजा प्रकरण की जमीनी सच्चाई को केन्द्र्र बिंदु बनाया गया है। यह पुस्तक समाज को अपराध मुक्त बनाने की राह में भी दीपक का काम करेगी। क्राइम रिर्पोटर नरेश सेलपाड़ ने इस पुस्तक में अपराध के दलदल में फंसे नेताओं व अधिकारियों के काले कारनामों का भी बारिकी से जिक्र किया है। इस पुस्तक में प्रदेश के इतिहास में विभिन्न कारणों से विवादों में रहे नेताओं व अफसरों की लंबी सूची के अलावा बढ़ती कार्ल गल्र्स रैकेट की समस्या, फर्जी एनकांऊ टर, जेलों की आतंरिक दशा, कन्या भ्रूण हत्या, गो तस्करी, अवैध हथियार, रेव पार्टियों की दस्तक, अपराध के दलदल में फंसे बचपन, मोस्टवांटडों की लंबी सूची, विवादित संतों के अलावा पुलिस विभाग की खामियों सहित कुल 56 मुद्दों का जिक्र किया है। इस पुस्तक के पन्नों के माध्यम से लेखक ने प्रदेश में बढ़ती आत्महत्या की समस्या, बात-बात पर आग का निशाना बनने वाली हरियाणा रोडवेज की बेबसी के अलावा महिला आयोग की भूमिका को आईना दिखाया है। पुस्तक में बताया गया है कि प्रदेश में हर सवा मिनट में कौन-कौन से अपराध होते है। पुस्तक के अनुसार प्रदेश मे 11 घंटे में जहां एक बच्चे का अपरहण होता है, वहीं सवा चौदह घंटे में अबला की इज्जत तार-तार हो जाती है। इसके अलावा हर तीसरे दिन लूट की दो घटनाओं को बदमाश अंजाम दे देते है। स्टेट क्राइम के लेखक नरेश सेलपाड़ के अनुसार उनकी इस पुस्तक में अपराध की प्रवृति को समझ कर इसे जड़मूल से समाप्त करने के अलावा प्रदेश गोताखोरों की जिला स्तर पर नियुक्ति व प्रदेश पुलिस को आंतकवाद के खिलाफ प्रशिक्षण की जरूरत पर जोर दिया गया है। यह किताब अपराधों से मुक्ति का मार्ग भी बताती है। इस पुस्तक की खास बात यह है कि इस पुस्तक में प्रदेश के छोटे से छोटे व बड़े से बड़े अपराधों का जिक्र किया गया है। इस पुस्तक की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह पुस्तक जहां मीडिया जगत के लोगों के लिए रिकार्ड का काम करेंगी, वहीं इसमें दी गई विभिन्न धाराओं व पेंचिदा केसों को सुलझाने के तरीकों से पुलिस कर्मी / वकील इसका सीधा लाभ भी उठा सकेंगे। 184 पेज की वाली इस पुस्तक में पूरे देश में विभिन्न आपराधिक मामलों में मिलने वाली सजा व अपराध का बदलता स्वरूप पर पाठकों के लिए न केवल नया अनुभव होगा, बल्कि वे नए किस्म के अपराध से बचाव भी कर सकेंगे।
 
 
 
राह से होगी हर मुश्किल आसान
पानीपत । अगर पासपोर्ट बनवाना है, ड्राईविंग लाईसेंस बनवाना है या फिर स्व-रोजगार के लिए ऋण लेना है। इन सबके लिए अब एक पुस्तक 'राह`सबको राह दिखा रही है। यही नहीं सरकारी व गैर-सरकारी किसी भी योजनाएं भी पता करना इस पुस्तक से आसान हो जायेगा। प्रदेश व केन्द्र सरकार की तमाम योजनाओं व आमजन की जरूरत के हिसाब से गैर सरकारी कामकाज के बारे में लिखी गई 300 पृष्ठों वाली इस पुस्तक में आम आदमी की जरूरत के हिसाब से जानकारी दी गई है। इस पुस्तक की खासियत यह है कि इसे विद्यार्थी, बेरोजगार युवक से लेकर सभी वर्ग विशेष के लोगों की सुविधा के हिसाब से न केवल स्पष्ट उल्लेख किया गया है, बल्कि उनका वर्गीकरण इतने सरल तरीके से किया गया है कि सभी उसे आसानी से समझ सकेंगे। पुस्तक में हरियाणा के सामान्य ज्ञान से लेकर अब तक के विभिन्न क्षेत्रों का ब्यौरा क्रमवार दिया गया है। जिसमें प्रदेश का राजनीतिक, भौगोलिक, आर्थिक व सामाजिक वर्णन जिलावार व संख्यानुसार किया गया है। इस कारण यह पुस्तक प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए भी बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। पुस्तक के लेखक नरेश सेलपाड़ ने बताया कि राह में ग्रामीण विकास से लेकर शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) की कार्यप्रणाली का पूरा जिक्र किया है। इस पुस्तक में बच्चे के जन्म पर बच्चे व उसकी मां को लगने वाले इंजेक्शनों से लेकर उसके परिवार के काम आने वाले हर जरूरी दस्तावेजों तक की जानकारी दी गई है। पुस्तक में न केवल कामकाज की प्रक्रिया बताई गई है, बल्कि उसके संबंधित अधिकारी या कार्यालय तक की जानकारी भी दी गई है। इसके अलावा पुस्तक में आरटीआई, बुढ़ापा पैंशन, विधवा पैंशन, लाडली सहित विभिन्न पैंशनों, विद्यार्थियों के लिए सरकारी मदद लेने, उच्च शिक्षा के लिए ऋण लेने, बैंकों से खाता खुलवाने, लोन लेने, किसान कार्ड बनवाने, शादी का पंजीकरण करवाने, जमीन/मकान की रजिस्ट्री करवाने, मुफ्त कानूनी सहायता देने, जाति प्रमाण/रिहायशी प्रमाण पत्र बनवाने, आईएएस व एचसीएस बनने की प्रक्रिया बताई गई है। पुस्तक में आरटीआई, उपभोक्ता फोरम व काम के अधिकार सहित प्रदेश में कार्यरत सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में होने वाले कामकाजों की प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी गई है। पुस्तक राह में काम-काज की प्रक्रिया बताने के साथ-साथ सभी दस्तावेज बनवाने के आवेदन के नमूने भी विस्तार से दिए गए हैं।

पंचायती राज होगा मजबूत
इस पुस्तक में हर पांच साल बाद बदलने वाले जन-प्रतिनिधियों की जरुरत के हिसाब से उनके अधिकार व कत्र्तव्यों की जानकारी दी गई है। पुस्तक में पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारों से लेकर उनके विभागों से तालमेल की विस्तृत जानकारी दी गई है। जिसकों आधार मान कर नव नियुक्त जन प्रतिनिधि न केवल अपने अधिकार व कत्र्तव्यों को विस्तार से जान सकेंगे, बल्कि क्षेत्र का स्र्वांगिण विकास कर सकेंगे। पुस्तक में पंचायतों के अन्र्तगत होने वाले काम व उनकी प्रक्रिया की भी विस्तार से जानकारी दी गई है।

हर विभाग की जानकारी
पुस्तक राह में जिला प्रशासन की कार्य प्रणाली से लेकर ग्रामीण विकास अधिकरण, ग्रामीण विकास कार्यक्रम, जिला विकास योजना, एमपी ग्रांट, स्वयं सहायता समूह का गठन, उद्योगों की स्थापना, जिला शहरी विकास अधिकरण, पुलिस विभाग, जिला समाज कल्याण विभाग, जिला कल्याण विभाग, रेड क्रास सोसायटी, महिला एंव बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, खेल एवं युवा विकास कार्यक्रम, कृषि विभाग, पशु पालन विभाग, मत्सय पालन विभाग, तहसील संबंधी काम-काज, नगर निगम, नगर परिषद की कार्य प्रणाली, हरियाणा खादी ग्रामोद्योग, मार्केट कमेटी, सहकारी सोसायटियों का गठन सहित 55 से अधिक विभागों की जानकारी दी गई है।  

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