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15.9.10

ADAMPUR

............आज कट गए थे 363 बिश्रोई
पेड़ों को बचाने के लिए शहीद हुई पुण्यात्माओं का बलिदान दिवस आज

मंडी आदमपुर। (बंशीधर):भगवान गुरु जम्भेश्वर महाराज द्वारा पेड़ न काटने के नियम पर पूर्ण रुप से खरा करने के लिए 17 सितम्बर को एक के बाद एक कुल 363 बिश्रोई सम्प्रदाय के लोगों ने अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। तब से लेकर आज तक बिश्रोई समाज इस दिन को बलिदान दिवस के रुप में मनाता आ रहा है। 'सिर सांटे रुख रहे तो भी सस्तो जाण अर्थात सिर कटाकर भी पेड़ की रक्षा की जाए तो यह काफी सस्ती है-इसी विचारधार पर चलते हुए हरे पेड़ को कटाई से बचाने के लिए एक के बाद एक करके बिश्रोई समाज के 363 लोगों ने अपना बलिदान दे दिया। विश्व के इतिहास में ऐसा पहली बार देखने को मिला जब मनुष्यों ने पेड़ों की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया था। आज भी पूरे संसार में जब भी पर्यावरण रक्षा को लेकर विशेषज्ञों की संगोष्ठियां होती है तो वहां इस घटना का उल्लेख अवश्य किया जाता है। राजस्थान के जोधपुर जिले के खेजडली गांव में महाराजा अभय सिंह का राज था। इस दौरान महराण गढ़ किले में फूल महल नाम का राजभवन का निर्माण किया जा रहा था। महल निर्माण के दौरान लकडिय़ों की आवश्यकता पड़ी तो राजा की नजर महल से करीब 24 किलोमीटर दूर स्थित गांव खेजडली पर पड़ी। इस गांव में हरे वृक्ष काफी संख्या में थे। राजा अभय सिंह ने 1787 भादवा सुदी 10वीं मंगलवार के दिन अपने सिपाहियों को गांव से पेड़ काटकर लकडिय़ां लाने का हुक्म दिया। राजा का आदेश मिलते ही लकड़ी काटने के लिए राजा के सिपहसलार खेजडली गांव में पहुंच गए। उन्होंने वहां पहुंचकर रामू खोड नामक बिश्रोई के घर लगे खेजड़ी के वृक्ष को काटना आरम्भ कर दिया। कुल्हाड़ी की आवाज सुनकर रामू खोड की पत्नी अमृता बिश्रोई घर से बाहर आई और बिश्रोई धर्म के नियमों का हवाला देते हुए पेड़ को काटने से उन्हें रोका। उन्होंने सिपाहियों को बताया पेड़ को काटने से मानव को क्या-क्या चुकसान हो सकता है। पेड़ मानव जीवन के लिए सबसे उपयोगी प्रकृति का उपहार है। इसके बाद भी सिपाहियों की कुल्हाड़ी पेड़ पर लगनी बंद नहीं हुई तो अमृता बिश्रोई पेड़ के साथ चिपक गई और कहा कि पहले मेरे शरीर के टुकड़े-टुकड़े होंगे-इसके बाद ही पेड़ कटेगा। राजा के सिपाहियों ने उसे पेड़ से अलग करने की काफी कोशिश की। परंतु अमृता बिश्रोई टस से मस नहीं हुई। इसके बाद सिपाहियों ने अमृता बिश्रोई पर कुल्हाड़ी चलाना आरम्भ कर दिया। अमृता बिश्रोई के अंग कट-कट का जमीन पर गिरने लगे। परंतु इसके बाद भी अमृता बिश्रोई ने गुरु महाराज की आज्ञा का पूरी तरह से पालन किया। अपनी माता के बलिदान को देखकर उसकी तीन पुत्रियों ने भी इसी प्रकार बलिदान दे दिया। इसके बाद पूरे गांव के बिश्रोई समाज ने पेड़ों को काटने से बचाने के लिए चिपको आन्दोलन खड़ा कर दिया। पेड़ों को बचाने के लिए एक के बाद एक करके 363 बिश्रोईयों ने अपना बलिदान दे दिया। इन शहिदों में 71 महिलाएं व 292 पुरुष थे। इसकी सूचना जब राजा अभय सिंह को मिली तो उन्हें काफी सदमा पहुंचा और उन्होंने वहां आकर बिश्रोई समाज से माफी मांगी। तब से लेकर आज तक 17 सितम्बर को बलिदान दिवस के रुप में खेजडली गांव में बिश्रोई समाज के लोगों का मेला भरता है। इस मेले में बिश्रोई मसाज से जुड़े लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं और बलिदानियों को नमन करते हैं।



रिश्वतखोर बैंक अधिकारी के हाथ हुए लाल

मंडी आदमपुर। सरकार द्वारा दिए जा रहे भारी-भरकम वेतन से गुजारा न करके रिश्वत से कोठी-कार खरीदने के स्वपन देखने वाले एक बैंक अधिकारी को रिश्वत लेते आज सर्तकता विभाग की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। विस्तृत जानकारी के अनुसार भाणा गांव के किसान औमप्रकाश ने कुछ दिन पहले आदमपुर मंडी के मेन बाजार स्थित भूमि कृषि विकास बैंक से ऋण लेने के लिए अपना आवेदन किया था। इसके चलते उसने अपनी भूमि की रजिस्ट्री भी बैंक के नाम करवा दी थी। परंतु इतना सब करने के बाद भी बैंक एलबीओ जयपाल उसे चक्कर पर चक्कर कटावाएं जा रहा था। बाद में एलबीओ जयपाल ने औमप्रकाश से 9 हजार रुपए की मांग कर ड़ाली। इस पर औमप्रकाश ने सर्तकता विभाग हिसार को इसकी शिकायत कर दी। सर्तकता विभाग ने योजना बनाते हुए पाउडर लगे 9 हजार रुपए औमप्रकाश को दे दिए। आज दोपहर बाद औमप्रकाश बैंक में उक्त नोट लेकर पुहंचा और एलबीओ जयपाल को दे दिए। एलबीओ जयपाल ने नोट गिनने आरम्भ किए तो सर्तकता विभाग के निरीक्षक रमेश कुमार व उनकी टीम ने उसे पकड़ लिया और पानी से हाथ धुलवाए तो रिश्वतखोर अधिकारी के हाथ लाल हो गए। सर्तकता विभाग ने जयपाल को अपनी हिरासत में ले लिया। वहीं बैंक में उपस्थित किसानों ने औमप्रकाश के प्रयास की सरहाना की।

आदमपुर क्षेत्र में बुखार ने पसारे अपने पैर

मंडी आदमपुर। पिछले काफी समय से आदमपुर क्षेत्र में मलेरिया बुखार ने अपने पांव पसार रखे हैं। इसके चलते निजी हस्पतालों में मरीजों की संख्या काफी बढ़ती जा रही है। क्षेत्र में सिवरेज व्यवस्था ठप्प हो जाने के कारण कई स्थानों पर गंदा पानी खड़ा रहता है। इस पानी में मच्छरों का पनपना आम बात है। जनस्वास्थ्य विभाग की कमी का खमियाजा अब यहां के लोग भुगतने लगे हैं। इस समय प्रत्येक मोहल्लों और गली में बुखार से पीडि़त मरीज देखने को मिल रहे हैं। चौकान्ने वाली बात तो यह कि यहां के डाक्टर मरीजों का टेस्ट और ईलाज तो मलेरियां बुखार वाला ही कर रहे हैं, परंतु मलेरियां घोषित करने से परहेज कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रशासन द्वारा मलेरियां के बारे में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के झंझट से बचने के लिए निजी अस्पताल के डाक्टर मरीजों के मलेरियां होने पर भी अपने रिकॉर्ड में मलेरियां बुखार दर्शाने से परहेज ही कर रहे हैं। वहीं ग्राम पंचायत आदमपुर मंडी के सरपंच सुभाष अग्रवाल ने लोगों से अपील की कि वे अपने घरों के आपसपास गंदा पानी खड़ा न होने दे। खड़े पानी में मिट्टी का तेल ड़ाल दे ताकि मच्छरों का लारवा उस पानी में पैदा न हो सके। पिने का पानी उबाल कर पिएं। उन्होंने कहा कि बिमारियों से बचने के लिए जनजागरण ही पहला मंत्र है।

कांग्रेस पार्टी कांग्रेस घास की तरह ही खरपतवार-यादव

मंडी आदमपुर। कांग्रेस सरकार अपनी नाकामी को छिपाने के लिए इनेलो के सिर पर दोष मढ़ रही है। जबकि प्रदेश की जनता जानती है कि चेतावनी रैली के दौरान भड़की हिंसा की असली दोषी कांग्रेस सरकार ही है। यह बात प्रैस को जारी बयान में इनेलो नेता अशोक यादव ने कही। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा सरकार से जवाब तलब करना साबित कर देता है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपना कत्र्तव्य निभाने में पूरी तरह से असफल रही है। इनेलो नेता ने कहा कि कांग्रेस के वर्तमान कार्यकाल के दौरान विकास का एक भी काम नहीं किया। इस दौरान प्रदेश में विनाश के ही काम किए गए है। मिर्चपुर में दलित उत्पीडऩ, जबरन भूमि अधिग्रहण, चेतावनी रैली में हिंसा भड़काने से लेकर कांग्रेस ने ऐसा कोई मौका हाथ से नहीं जाने दिया जिससे जनता का अहित होता हो। आज कांग्रेस की सरकार कांग्रेस घास की तरह से खरपतवार बन चुकी है। ऐसे में अब प्रदेश की जनता को एकमत होकर इस सरकार को सत्ता से बाहर का रस्ता दिखा देना चाहिए।



बगला ने जीता पहला स्थान

मंडी आदमपुर। निकटवर्ती गांव दड़ौली के समाजसेवी संगठन भगतसिंह युवा क्लब ने गोगा नवमी के अवसर पर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ समाजसेवी व खेलप्रेमी सत्यवान सिहाग ने किया जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के सरपंच अमरसिंह बाल्मीकि ने की। इस प्रतियोगिता में कुल 16 गांवों की टीम ने भाग लिया। रोमांचक मैच के दौरान बालक गांव की टीम ने प्रथम स्थान व चुली कलां की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रथम स्थान पर आने वाली बालक की टीम को 4100 रुपए नगद व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं द्वितीय स्थान पर रहने वाली चुली कलां की टीम को 3100 रुपए व प्रशस्ति पत्र दिया गया। इस दौरान क्लब के प्रधान जसवीर सिंगड़ ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर हंसकुमार, सुरेंद्र सोनी, गोबिंद मंडेरना, रमेश सहारण, राकेश मंडेरना, सुनील जांगड़ा, बंसीलाल, अमित शर्मा सहित सभी कल्ब सदस्य व दर्शक मौजूद थे।


.........मानवता खो गई कहीं इस शहर में 
मंडी आदमपुर,15सितम्बर। हिसार शहर में से उठी आरक्षण की आग को लेकर स्टार स्ट्रगल गु्रप ने आदमपुर की आनाज मंडी स्थित पार्क में काव्य पाठ का आयोजन किया। इस दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए सुनील कुमार की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया और एक पौधा लगा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। काव्य पाठ के दौरान हितैष सिंगला ने कहा कि 'समाज को जात-पात में मत बांटों तुम, आरक्षण की आग में मानवता को ना भूलो तुम, भारत मां को आश रही है सदा तुम्हीं से - क्षैत्रिय हो, अपना धर्म मत भूलो तुम। वहीं दिनेश गोयल ने दो दिन तक हिसार शहर में फैली अराजकता का भय अपनी कविता में उखेरा। उन्होंने कहा कि 'डऱ लगता है घर से बाहर निकलने में, मानवता खो गई कहीं इस शहर में। वहीं हिमांशु सिंगला ने शांतिप्रियता के लिए पहचाने जाने वाले हिसार क्षेत्र के रुद्र रुप का वर्णन कुछ इस प्रकार किया 'तुमने देख लिया रंग अब मेरा, अब बोलो क्या ख्याल है तेरा, कौन कहता है कि मैं जलता नहीं, तुमने भुगता है दो दिन क्रोध मेरा। अमन ने आरक्षण की आग के बारे में हरियाणवी कविता का पाठ करते हुए कहा कि हरियाणा में लगी आग-ईब कौन बुझावैगा,सोए हुए भूचाल ने जग्गा दिया- ईब कौन शंकर बनके दिखावैगा। वहीं मनदीप ने कहा कि 'कुछ पाने के लिए अपनों को सताना ठीक नहीं, दर्द तुम्हारा ठीक है-पर मंजिल का यह रस्ता ठीक नहीं इस दौरान रामबिलास गोयल, राजू प्रधान, रामस्वरुप, बीड़ी शर्मा, विजय ऐलावादी, निखिल सहित कई श्रोता मौजूद थे।



शांति निकेतन पब्लिक स्कूल में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता
आदमपुर,08 सितंबर, 2010 । आदमपुर के शांति निकेतन पब्लिक स्कूल में बुधवार को नर्सरी से पहली कक्षा तक फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए डायरेक्टर पपेंद्र ज्याणी ने कहा कि स्कूल स्तर की प्रतियोगिताएं ही बच्चों का मनोबल बढ़ाने का काम करती है तथा अगर इस तरह की प्रतियोगिताएं विद्यालयों में होती रहे तो प्रतिभाएं निखर कर सामने आ ही जाती है। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता के ग्रुप प्रथम में नर्सरी कक्षा के छात्र लविश ने प्रथम, छात्र जतिन, छात्रा भव्या व डोल्फी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। ग्रुप दो में के.जी के मानव व पीयूष ने प्रथम, छात्रा प्रिंसी व आशिमा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के तृतीय ग्रुप में पहली कक्षा की छात्रा आस्था शर्मा ने प्रथम तथा चंचल व उज्ज्वल द्वितीय स्थान पर रहे। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका अध्यापिका कृति, ज्योति व संगीता सिंह ने निभाई। इस मौके पर प्राचार्य ओमप्रकाश, करतार शर्मा, सुनीता ज्याणी, आनंद शर्मा, हरिसिंह, सुभाष, आत्माराम सहित सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।

बोगा मंडी में पेयजल पाइप लाइन डालने का कार्य शुरू
मंडी आदमपुर,08 सितंबर, 2010 ।आदमपुर की बोगा मंडी में पिछले कई सालों से सीवरेज मिले गंदे पानी के पेयजल सप्लाई की समस्या से जूझ रहे लोगों को अब राहत मिलने वाली है। प्रदेश सरकार द्वारा जनस्वास्थ्य विभाग को दी गई साढ़े पांच लाख रुपए की ग्रांट के बाद अब बोगा मंडी में पेयजल पाइप लाइन डालने का कार्य बुधवार से शुरू हो गया है। जे.सी.बी. मशीन की सहायता से क्लॉथ मार्किट के साथ लगती गली में जमीन खोदने का काम शुरू हो चुका है तथा दो-तीन दिन में यह पाइप लाइन डलकर तैयार हो जाएगी। गौरतलब है कि आदमपुर की बोगा मंडी व मेन बाजार के लोगों को पिछले 40 सालों से लगी हुई पाइप लाइन के गलने के कारण सीवरेज मिला गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा था। जिसके चलते यहां के निवासियों व अनेक संगठनों ने इस पाइप लाइन को बदलवाने की मांग उठाई थी। जिस पर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एस्टीमेट बनाकर प्रदेश सरकार के पास भेजा। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने साढ़े पांच लाख रुपए की ग्रांट मंजूर कर जल्द कार्य शुरू करने के आदेश दिए। बोगा मंडी निवासी नरेश सिंगला, सुरेंद्र गर्ग, गौतम अग्रवाल, अश्विनी कुमार, मुकेश कुमार, पवन कुमार आदि ने बताया कि अब नई पाइप लाइन डलने के बाद पेयजल आपूर्ति में आ रही खामियां दूर हो जाएगी तथा उन्हें राहत की सांस मिलेगी।
शांति निकेतन कॉलेज का  परिणाम रहा शत-प्रतिशत

मंडी आदमपुर,08 सितंबर, 2010 । शांति निकेतन कालेज ऑफ एजुकेशन अग्रोहा का डी.एड परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। जानकारी देते हुए डायरेक्टर महेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि छात्रा चंचल रानी ने 87.33 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम, सतदेव ने 86.74 प्रतिशत प्राप्त कर द्वितीय व शलेंद्र ने 86.22 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि कॉलेज के 40 विद्यार्थियों ने 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। शानदार परिणाम के लिए हुड्डा ने प्राचार्या पूनम पवार, विभागाध्यक्ष राजबीर सिंह कड़वासरा के साथ-साथ अन्य स्टाफ सदस्यों व छात्र-छात्राओं को बधाई दी। स्टाफ सदस्य कपिल कुमार, योगेश कुमार, राजबाला, जीतबाला, संजीता, पायल, ममता, मुनीश कुमार, चतरसिंह ने भी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।



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