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6.5.11


आदमपुर अस्पताल पर पशुओं का कब्जा
बायो मैडिकल कचरा बिखरा चारो तरफ
मरीजों के शौचालय प्रवेश पर पाबंदी
मंडी आदमपुर:किसी समय में पूरे हरियाणा में बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए विख्यात आदमपुर का सामान्य अस्पताल इन दिनों स्वयं बीमार हो लाचार अवस्था में खड़ा दिखाई दे रहा है। यहां पर न तो इस समय किसी रोग के स्पेशलिस्ट डॉक्टर है और न ही ईलाज के लिए मरीज दिखाई देते हैं। अब तो हालात इतने ज्यादा खस्ता हो गए है कि यहां पर आदमी के स्थान पूरे दिन गधे, सुअर और कुत्ते ही भ्रमण करते हुए दिखाई देते हैं। मरीजों की कमी का मुख्य कारण यहां पर सही डॉक्टर का न होना और सुविधाओं का अभाव है।  यहां पर मरीजों के लिए मात्र एक ही शौचालय है। इस शौचालय की हालात इतनी अधिक गम्भीर है कि अस्पताल प्रशासन ने स्वयं ही इस पर ‘प्रयोग लायक नहीं’ का नोटिस लगा रखा है। ऐसे में यदि इस अस्पताल में कोई मरीज दाखिल भी हो जाता है तो वह शौच के कहां जाएगा-इसका जवाब किसी के पास नहीं है। इतना ही नहीं पूरे अस्पताल परिसर में बायो मैडिकल कचरा भी बिखरा रहता है। सफाई का आलम यहां पर यह है कि महिला वार्ड में बड़े-बड़े मकड़ी के जाले लगे हुए है और सीलन के कारण यहां पर सांस लेना भी कठिन हो जाता है।  यहां नियुक्त डॉक्टर केवल सरकार का वेतन केस करते हुए ही दिखाई देते हैं। यहां के निवासी पवन जैन ने कहा कि डाक्टर यहां पर मरीज के आते ही उन्हें हिसार रैफर कर देते हैं। गंदगी और डाक्टरों की बेरुखी के कारण यहां केवल पुलिस केस दर्ज करवाने वाले मरीज ही आते हैं। वहीं ग्रामीण हेतराम ने बताया कि यहां पर अनुभवहीन डाक्टरों की नियुक्ति सरकार ने दे रखी है। ये डाक्टर अपनी वेशभूषा से डाक्टर कम नौटंकी में काम करने वाले अधिक प्रतीत होते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को चखहिए कि यहां स्थाई एसएमओ की नियुक्ति करने के साथ ही अनुभव वाले डाक्टर नियुक्त किए जाए। वहीं इस बारे में जब सीनियर डाक्टर सुभाष कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शौचालयों की कमजोर स्थिती को देखते हुए इन्हें बंद किया गया है। इनकी मुरम्मत के लिए ऊपर लिखकर दिया जा चुका है। जैसे ही ऊपर से ग्रांट आती है, इन शौचालयों को ठीक करवा दिया जाएगा। सफाई व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यहां पर मात्र दो ही स्वीपर इस समय है। इनमें से एक की इसी माह में रिटायरमैंट होने वाली है। सफाई कर्मचारियों की कमी के चलते यहां कुछ परेशानियां सामने आ रही है। बायो मैडिकल के कचरे के  बारे में उन्होंने कहा कि हिसार से प्रत्येक पखवाड़े कचरा उठाने वाले आते हैं। अस्पताल प्रशासन उन्हें इसकी एवज में 5500 रुपए मासिक दे रहा है। यदि इसके बाद भी कहीं बायो मैडिकल कचरा पड़ा है तो वे कचरा उठाने वाली कम्पनी को नोटिस जारी कर देंगे। कुल मिलाकर आदमपुर में समान्य अस्पताल इन दिनों खुद बिमारी से ग्रस्त प्रतीत हो रहा है। सरकार और प्रशासन की अनदेखी के चलते करोड़ों रुपए की लागत से तैयार यह अस्पताल अब सफेद हाथी बन चुका है।


 मादक द्रव्य अधिनियम में 1 गिरफ्तार
मंडी आदमपुर:आदमपुर पुलिस ने राजस्थान के मुंसरी निवासी भगबाना उर्फ भगभानिया पुत्र सीसपाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार उस पर मादक द्रव्य अधिनियम के तहत 23 जनवर्री 2010 को केस दर्ज किया गया था। इस मामले में अदालत ने उसे 15 अप्रैल 2011 को भगौड़ा घोषित किया था। पुलिस ने उसे कल कैंटर 709 नंबर आरजे10जीए-0797 सहित गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों पर धारा 174ए के तहत केस दर्ज कर लिया है। 


दूकान में आग लगाने का केस दर्ज
मंडी आदमपुर:दूकान में आग लगा देने के मामले में आदमपुर पुलिस ने एक युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस संबंध में सीसवाल गांव निवासी पालाराम पुत्र रूपचंद ने शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत के अनुसार गांव के ही संदीप पुत्र बलबीर ने गत 21 अप्रैल को शिकायतकर्ता की दुकान में आग लगा दी। पुलिस ने आरोपी पर धारा 435 के तहत केस दर्ज किया है लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। 

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