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18.10.11


प्रदेश की जनता का कांग्रेस के खिलाफ फतवा-चौटाला
चंडीगढ़, 18 अक्टूबर। इनेलो ने हिसार लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त होने और सभी हलकों में कांग्रेस प्रत्याशी के तीसरे स्थान पर रहने को प्रदेश की जनता का कांग्रेस के खिलाफ फतवा बताते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से तुरंत अपने पद से त्यागपत्र दिए जाने की मांग की है। इनेलो प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि केंद्र व प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और हिसार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पडऩे वाले नौ विधानसभा क्षेत्रों में से छह हलकों में कांग्रेस के विधायक हैं। इसके बावजूद न सिर्फ कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई बल्कि कांग्रेसी विधायकों के हलकों में जयप्रकाश बुरी तरह से हारकर तीसरे स्थान पर रहे हैं। इनेलो प्रमुख ने कहा कि लोकसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री व उनके सांसद बेटे ने गांव-गांव व वार्ड-वार्ड जाकर यह कहते हुए वोट मांगे थे कि इस चुनाव में कांग्रेस का प्रत्याशी जयप्रकाश नहीं बल्कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सोनिया गांधी का प्रत्याशी है। इसलिए यह शर्मनाक हार अकेले कांग्रेस प्रत्याशी की न होकर सीधे मुख्यमंत्री व कांग्रेस अध्यक्षा की हार है और उन्हें नैतिकता के नाते इस हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए तुरंत त्यागपत्र देना चाहिए। पत्रकार सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, विधायक दल के उपनेता शेर सिंह बडशामी, आरएस चौधरी, प्रदीप चौधरी व अशोक शेरवाल भी मौजूद थे। इनेलो प्रमुख ने कहा कि इस उपचुनाव में उनकी लड़ाई सीधे-सीधे कांगे्रस के भ्रष्टाचार व कुशासन के खिलाफ थी और उन्होंने लोगों से कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त करवाने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि  हिसार के मतदाताओं ने उनके आग्रह पर न सिर्फ कांग्रेस की जमानत जब्त करवाई बल्कि पिछले लोकसभा चुनाव में इनेलो द्वारा हासिल किए गए 2 लाख 41 हजार मतों के मुकाबले 45 फीसदी ज्यादा वोट देते हुए साढ़े तीन लाख वोट देकर यह साबित कर दिया कि प्रदेश की जनता जात-पात से ऊपर उठकर पूरी तरह इनेलो के साथ है। श्री चौटाला ने कहा कि इस बार इनेलो चार हलकों में पहले स्थान पर और पांच हलकों में दूसरे स्थान पर रही। पिछले लोकसभा चुनाव में इनेलो प्रत्याशी चार हलकों में तीसरे स्थान पर रहा था लेकिन इस बार किसी एक हलके में भी पार्टी प्रत्याशी तीसरे स्थान पर नहीं रहा। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में लोगों ने कांग्रेस द्वारा उन्हें बदनाम करने के लिए झूठे मामले दर्ज करने को लेकर भी सभी आरोपों को दरकिनार करते हुए उन्हें भरपूर सहयोग और समर्थन दिया व कांग्रेस को करारी धूल चटाई। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पांच सीटें हासिल हुई थी जबकि हांसी के विधायक को दलबदल करवाकर कांग्रेस में शामिल किया गया।उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में इनेलो जिन दो सीटों पर विजयी हुई थी वहां न सिर्फ उन्होंने जीत का अंतर बढ़ाया बल्कि उकलाना व बुवानीखेड़ा में भी जहां पिछली बार कांग्रेस जीती थी इस बार इनेलो प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि उचाना सीट से पिछली बार जहां इनेलो 621 वोटों से विजयी हुई थी इस बार पार्टी प्रत्याशी को हजकां के मुकाबले 34479 वोटों की बढ़त मिली। नारनौंद में जहां पिछली बार इनेलो दस हजार वोटों से विजयी हुई थी इस बार वहां इनेलो ने हजकां प्रत्याशी को 23186 वोटों से हराया। उकलाना में इनेलो जहां पिछली बार 3738 वोटों से कांग्रेस के नरेश सेलवाल से हारी थी वहीं इस बार हजकां के मुकाबले इनेलो ने 22295 और कांग्रेस के मुकाबले 33 हजार वोटों की बढ़त हासिल की। बुवानीखेड़ा में जहां पिछली बार कांग्रेस के रामकिशन फौजी इनेलो के मुकाबले 6273 वोटों से चुनाव जीते थे वहां इस बार अजय चौटाला ने कुलदीप के मुकाबले 2527 वोटों की और कांग्रेस के मुकाबले 12355 वोटों की बढ़त हासिल की।इनेलो प्रमुख ने बताया कि बरवाला विधानसभा क्षेत्र में जहां पिछली बार कांग्रेस के रामनिवास घोड़ेला 9396 वोटों जीते थे वहीं इस बार कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे और इनेलो प्रत्याशी ने कांग्रेस के मुकाबले 16426 वोटों की बढ़त हासिल की। हांसी विधानसभा क्षेत्र में जहां पिछली बार विनोद भ्याना चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे वहीं इस बार हांसी में पिछले चुनाव के मुकाबले 14 हजार वोट हासिल किए और कांग्रेस से इस चुनाव में 17 हजार वोटों की बढ़त हासिल की। नलवा से जहां कांग्रेस के सम्पत सिंह विधायक हैं वहां पिछली बार कांग्रेस को 38 हजार वोट हासिल हुए थे और इनेलो प्रत्याशी रणबीर प्रजापत 21 हजार वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहा था। वहां इस बार कांग्रेस प्रत्याशी मात्र 14 हजार वोट लेकर न सिर्फ तीसरे स्थान पर रहा बल्कि इनेलो प्रत्याशी को कांग्रेस के मुकाबले नलवा में 16 हजार वोटों की बढ़त हासिल हुई। पिछले विधानसभा चुनाव में आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के जयप्रकाश को 42 हजार और इनेलो के राजेश गोदारा को मात्र आठ हजार वोट हासिल हुए थे वहीं इस बार इनेलो ने आदमपुर में 28 हजार वोट हासिल किए और कांग्रेस प्रत्याशी के मुकाबले उन्हें 13 हजार वोट ज्यादा मिले। हिसार विधानसभा क्षेत्र में जहां पिछली बार कांग्रेस की सावित्री जिंदल 32 हजार 866 वोट लेकर विजयी हुई थी और इनेलो के हनुमान ऐरन को मात्र 6527 वोट मिले थे वहीं इस बार हिसार में कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश को मात्र सात हजार 488 वोट हासिल हुए और इनेलो के अजय चौटाला ने जयप्रकाश के मुकाबले 9068 वोट ज्यादा हासिल करते हुए कांग्रेस को हाशिए पर धकेल दिया। इनेलो प्रमुख ने कहा कि हिसार संसदीय उपचुनाव में लोगों का फतवा हुड्डा सरकार के साथ-साथ पूरी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ है और मुख्यमंत्री को इस जनादेश का सम्मान करते हुए तुरंत अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा उपचुनाव में इनेलो चाहे तकनीकी तौर पर हार गई है लेकिन सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों में इनेलो के मत प्रतिशत में 40 फीसदी से लेकर 150 फीसदी तक की बढ़ौतरी यह दर्शाती है कि  प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को नकारते हुए इनेलो को प्राथमिकता दी है।इनेलो प्रमुख ने कहा कि इस लोकसभा उपचुनाव में जात-पात का जहर घोलने वालों को भी लोगों ने मुंह नहीं लगाया और यह साफ कर दिया है कि प्रदेश में कांग्रेस का विकल्प केवलमात्र इनेलो है। उन्होंने कहा कि इनेलो इस चुनावी नतीजे पर आगामी राज्य कार्यकारिणी में व्यापक विचारविमर्श करेगी और जहां कोई कमी रह गई है तो उसे भविष्य में दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिसार में शांतिपूर्वक मतदान और इनेलो को भारी बढ़त दिलाने के लिए वे हिसार के मतदाताओं के साथ-साथ पार्टी कार्यकत्र्ताओं को भी बधाई देते हुए उनका आभार जताते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी जनलोकपाल बिल का पहले से ही पूरी तरह समर्थन करती रही है और इस मुद्दे पर विधानसभा में भी पार्टी ने समर्थन करते हुए एक प्रस्ताव पारित करके केंद्र को भेजे जाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने सबसे पहले अन्ना हजारे को समर्थन दिया था और कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ जो भी कोई आंदोलन करेगा  इनेलो हमेशा उसे सहयोग देगी। इनेलो नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों पर पार्टी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस की हमेशा विरोधियों को झूठे मामलों में फंसाने की सोच रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे झूठे मामले चौधरी देवीलाल, एनटी रामाराव, जयललिता, मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद यादव, मायावती, प्रकाश सिंह बादल व चंद्रबाबू नायडू सहित अनेक नेताओं के खिलाफ दर्ज किए जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग कांग्रेस के इन हथकंडों को अच्छी तरह से जानती है और इसीलिए लोगों ने इस बार कांग्रेस को करारा सबक सिखाया है। उन्होंने कहा कि हिसार में उन्हें 36 बिरादरी के वोट मिले हैं और वे इसके लिए सभी का आभार जताते हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो चुकी है। इनेलो प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किए जाने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत होना यह दर्शाता है कि लोग जल्द से जल्द इस भ्रष्ट सरकार से पीछा छुड़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह भी पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री ने जब विकास के झूठे दावे करते हुए लोगों से वोट मांगे तो लोगों ने उनसे न सिर्फ सवाल-जवाब किए बल्कि उनके विकास के खोखले दावों की भी पोल खोल दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में तीन-तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा अनेक केंद्रीय नेता व प्रदेश की पूरी सरकार मतदान तक जोर लगाती रही लेकिन ऐसी में कांग्रेस की जमानत जब्त होना यह दर्शाता है कि लोग कांग्रेस का नाम सुनने को भी तैयार नहीं हैं।

सच्चाई और ईमानदारी की जीत : कुलदीप
हिसार, 18 अक्टूबर। हरियाणा जनहित कांग्रेस के अध्यक्ष व नवनिर्वाचित सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा है कि हिसार लोकसभा क्षेत्र में सच्चाई और ईमानदारी की जीत हुई है। यह विजय अकेले मेरी नहीं बल्कि लंबे समय से भेदभाव व अनदेखी का शिकार बने समूचे हिसार लोकसभा क्षेत्र के लोगों की जीत है। उन्होंने कहा कि इस जीत के लिए मैं अपार प्यार, समर्थन व आशीर्वाद देने वाले क्षेत्र के लोगों का धन्यवादी हूं। जो लोग हमारे समर्थन में नहीं थे, उनसे प्रार्थना है कि वे हमारे साथ जुड़ें और मेरे लायक कोई काम हो तो जरूर बताएं। यह उपचुनाव हिसार लोकसभा क्षेत्र की पहचान, आन, बान और शान का सवाल था जिसे हम सबने मिलकर हल कर लिया। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हिसार की पहचान को मिटाने के लिए भूपेंद्र हुड्डा व ओमप्रकाश चौटाला मिलकर राजनीति कर रहे थे। इन्होंने हजकां-भाजपा गठबंधन को हराने के लिए साम, दाम, दंड, भेद जैसे तमाम तरह हथकंडे अपनाए। उपचुनाव में जानबूझकर एक निर्दलीय प्रत्याशी को रोड रोलर का चुनाव निशान जारी किया। यह निशान हमारे हजकां के चुनाव चिह्न टै्रक्टर से काफी मेल खाता था। जिससे मतदाताओं ने निशान के भ्रम में पडक़र उसे वोट डाल दिए। उस प्रत्याशी को मिलने वाले तकरीबन 27000 वोट हजकां-भाजपा गठबंधन के ही थी क्योंकि उक्त उम्मीदवार ने तो चुनाव प्रचार के लिए अपना कार्यालय भी नहीं खोला। इसके अतिरिक्त कुलदीप नाम के चार अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों का नामांकन भरवाया गया। इन निर्दलीय उम्मीदवारों को औसतन 2136 वोट मिले और अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों का वोट औसतन महज 103 रहा। यहां तक कि गरीब वोटरों को लुभाने के लिए शराब, पैसे व सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया गया किंतु बहादुर व सूझबूझ वाले लोग उनके झांसे में नहीं आए। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि हुड्डा कई दिनों तक हिसार में डेरा डाले रहे इसके बावजूद वे कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश जमानत भी नहीं बचा सके। उपचुनाव परिणामों से साबित हो गया है कि लोगों ने कांग्रेस व इनेलो को पूरी तरह नकार दिया। इसलिए न केवल आगामी विधानसभा उपचुनावों बल्कि आम चुनावों व लोकसभा चुनावों में भी हजकां-भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से प्रदेश व देश में सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाला समय गठबंधन का ही है। 

आदमपुर के गांवों में पहुंची विदेशी मेम
मंडी आदमपुर,18 अक्टूबर।भारतीय संस्कृति में ऐसी मिठास है कि हर कोई इसकी ओर खिंचा चला आता है। कुछ ऐसा ही देखने को उस समय मिला जब सिंगापुर व मंगोलिया से पहुंची मिस मेगी, काबूका और निकोलस ने मंगलवार को संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत गांव मोडाखेड़ा व सारंगपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पहुंचीं। विद्यालय में ग्राम पंचायत व स्कूल प्रबंधन द्वारा भारत व हरियाणा की संस्कृति की झलक प्रस्तुत करती कृतियों से वे इतनी प्रभावित हुई कि खुद को रोक नहीं पाई और उन्होंने हर गतिविधि में भाग लिया। 
रंगोली व मेहंदी से अचंभित हुईं 
गोरी मेम छात्राओं द्वारा स्कूल के मुख्य द्वार पर बनाई रंगोली को देखकर अचंभित हो गई। उन्होंने उसे तुरंत अपने कैमरे में कैद कर लिया। उन्होंने बच्चों के साथ दीपावाली, होली व ईद के त्योहार मनाकर भारतीय त्योहारों की परंपरा को काफी नजदीक से जाना। 
हरियाणा संस्कृति से हुई रूबरू 
गांवों में चल रहे संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत जो गांव खुले में शोच मुक्त हुए है उनके बारे में लोगों से जानकारी ली। मेगी ने कहा कि भारतवासियों द्वारा हाथ जोडक़र अभिवादन करने का तरीका रास आया। विद्यार्थियों से सवाल किया कि कौन से देश के लोगों की आंखें सबसे खुबसुरत है। तो विद्यार्थियों द्वारा भारत देश कहा तो उनकी बात पर सहमति जताते हुए ओके कहते हुए ब्यूटीफुल आईज बताया। जिसका गांववासियों, पंचायत सदस्यों, अधिकारी वर्ग, स्कूल स्टाफ व बच्चों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। जब वे मंच पर पहुंची तो ग्रामीण महिला ने उन्हें चुनरी ओढाई तो मेगी गद्गद हो उठी और हरियाणा पहनावें की तारीफ की। सांस्कृ़तिक कार्यक्रम के दौरान जब छात्राओं ने हरियाणवीं नृत्य शुरू किया तो उनके पांव भी थिरक उठे। उन्होंने खूब नृत्य किया। 

भारतीय संस्कृति में रंगी गोरी मेम
मंडी आदमपुर, 18 अक्टूबर।संपूर्ण स्वच्छता अभियान की गुडग़ांव में चली रही कार्यशाला में शिरकत करने पहुंची विदेशी प्रतिनिधिमंडल ने पहले मोडाखेड़ा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया। टीम के सदस्य यहां करीब दो घंटे रुके। इस दौरान उन्होंने स्कूल में दी जा रही शिक्षा के स्तर, तरीके व प्रणाली बारे विस्तृत जानकारी ली। देश व हरियाणा की संस्कृति, तीज त्योहार, खेल, रहन सहन, आवभगत, खानपान व स्वच्छता को भी जाना। इससे पूर्व टीम सदस्यों मिस मेगी, काबूका, निकोलस का यहां पहुंचने पर मोडाखेड़ा के सरपंच देवीलाल, सारंगपुर के सरंपच मेहर चंद प्राचार्य रामस्वरूप ने भारतीय परंपरा अनुरूप स्वागत किया।प्रशासन की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त अशोक मीणा, एपीओ वजीर सिंह, मुख्य सलाहकार पिंकी यादव, बीडीपीओ अनिल कुमार, अग्रोहा बीडीपीओ महाबीर सिंह, खंड संयोजक प्रकाश खन्ना, नरेश कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी मीना रहेजा, सीडीपीओ शारदा रानी, प्राचार्य कर्मपाल कोहड़ ने भी स्वागत किया। छात्राओं ने विदेशी मेम को चूडिय़ा पहनाई व मेहंदी लगाई और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। 
सुबह 12 बजे ही पहुंच गई टीम 
विदेशी टीम सुबह ठीक 12 बजे स्कूल पहुंची। बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए स्वागत गीत, हरियाणवीं नृत्य को देखा। फिर स्कूल में भ्रमण कर बच्चों को दी जा रही शिक्षा प्रणाली, स्तर व तरीके के बारे अध्ययन किया। उन्होंने बच्चों से स्वच्छता के बारे में जानकारी ली। प्रश्नकाल सत्र में विद्यार्थियों के प्रश्नों का समाधान किया। बच्चों ने उनसे सिंगापुर के रहन सहन, खानपान, राजनीति, लिंगानुपात, मौसम व पर्वों बारे में प्रश्न किए। ग्रामीणों ने टीम का तिलक लगा ढोल नगाढ़ों व फुलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। गांव के बुजुर्गों व स्कूल प्रबंधन की ओर से टीम सदस्यों को पगड़ी पहनाकर व स्मृति चिन्ह देकर विदा किया गया। 
ग्रामीण महिलाओं की उमड़ी भीड़
अपने गांव में गौरी मेमों के आने का समाचार सुनकर गांव की महिलाएं भी स्कूल प्रांगण में पहुंच गई। उन्होंने घूंघट में से गौरी मेमों को देखा। ग्रामीण महिलाओं ने जब गौरी मेमों को हरियाणवी नृत्य करते देखा तो वे खिल खिला उठीं। ग्रामीणों की बढ़ती भीड़ देखकर जब स्कूल प्रबंधन ने उन्हें रोकना चाहा तो उन्होंने कहा हमनै भी देख लेन देयो गौरी मेम नै। इस दौरान किसी ने गौरी मेमों को ग्रामीण महिलाओं की लालसा का इंगलिश में अनुवाद कर बता दिया, जिस पर स्वयं गौरी मेम भी उनके पास आकर उनसे बतियाने लगीं। शिक्षिकाओं ने भी ग्रामीण महिलाओं के साथ तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया। 

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